Shreyas Iyer 2024:श्रेयस के ऊपर लिए हुए फैसले को बदल सकती है BCCI, जानिए अचानक क्या हुआ ऐसा?
Shreyas Iyer 2024:श्रेयस के ऊपर लिए हुए फैसले को बदल सकती है BCCI, जानिए अचानक क्या हुआ ऐसा? बीती शाम गुरुवार 14 मार्च को मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खत्म हुआ। जिसमें मुंबई ने 8 साल के लंबे इंतजार के बाद खिताब जीतने में सफलता हासिल की। इस मैच में मुंबई ने रिकॉर्ड 42वीं बार सबसे बड़े फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता। इस फाइनल में उस खिलाड़ी ने भी अपना अहम योगदान दिया। जिस पर पिछले महीने तक कई गंभीर आरोप लग रहे थे और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने उस खिलाड़ी को सजा दी थी। ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि वो हैं श्रेयस अय्यर। श्रेयस ने इस फाइनल में 95 रनों की शानदार पारी खेली और शायद अब लगता है कि इसका इनाम उन्हें BCCI की ओर से मिलने वाला है।
Shreyas Iyer हुए थे कॉन्ट्रैक्ट से बाहर
आपको बतादें की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड Shreyas Iyer के सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट पर फिर से एक बार और विचार कर सकता है।आने वाली रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में सेमीफाइनल और फाइनल मैच खेलने के बाद भारतीय बोर्ड उनको फिर से कॉन्ट्रेक्ट में शामिल करने पर विचार कर सकता है। बतादें की BCCI ने पिछले महीने ही अपने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट की लिस्ट जारी की थी, जिसमें Shreyas Iyer और ईशान किशन को इस लिस्ट से बाहर किया गया था। साथ ही इसके बाद से ही ये चर्चा का विषय बना हुआ था।
इस वजह से बाहर हुए थे Shreyas Iyer
बतादें की भारतीय बोर्ड ने तब ये दोनों खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी न खेलने के कारण सजा के तौर पर बाहर कर दिया था। भारतीय क्रिकेट बोर्ड के सचिव जय शाह ने खुद खिलाड़ियों से रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लेने को कहा था लेकिन इसके बावजूद ईशान किशन इन सबसे दूर हार्दिक पंड्या के साथ बड़ौदा में प्रैक्टिस कर रहे थे। वहीं Shreyas Iyer भी मुंबई के लिए खेलने नहीं पहुंचे थे।उसके बाद श्रेयस को भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज से बाहर कर दिया गया था। श्रेयस ने उस वक्त पीठ में दर्द की शिकायत की थी और इसे ही मुंबई के लिए न खेल पाने की वजह बताई थी। लेकिन भारतीय बोर्ड ने इसे नहीं माना था और कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया था।
BCCI को हुआ Shreyas Iyer की बात में यकीन
इतना सब हो जाने के बाद ही श्रेयस ने मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल और फाइनल मैच खेले और ऐसा लग रहा है कि बोर्ड अधिकारी उनके इस प्रयास से संतुष्ट हैं। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि बोर्ड अधिकारियों का मानना है कि उनके कॉन्ट्रेक्ट पर फिर से विचार किया जाना चाहिए। बोर्ड के इस फैसले की एक वजह श्रेयस अय्यर का पीठ का दर्द भी हो सकता है। जो विदर्भ के खिलाफ फाइनल में बैटिंग करते हुए दोबारा उभर आया, जिसके कारण श्रेयस चौथे और पांचवें दिन फील्डिंग के लिए नहीं उतर सके। हो सकता है कि इससे BCCI को यकीन हुआ होगा कि श्रेयस अय्यर का शुरुआत में रणजी ट्रॉफी नहीं खेलने की वजह पीठ का दर्द ही था और वो कोई बहाना नहीं बना रहे थे।